मणिपाल हास्पिटल के हाथ की सर्जरी विभाग में कुछ सबसे विश्वसनीय विशेषज्ञों को नियुक्त किया गया है जो आर्थोपेडिक सर्जरी करने के लिए बोर्ड द्वारा प्रमाणित हैं और उन्हें हाथ की सर्जरी करने में विशिष्टता प्राप्त है। इनकी विशेषज्ञता का क्षेत्र कलाई, हाथ, अग्र भुजाओं और कोहनी के विकारों और चोटों के निदान और उपचार से लेकर शल्य चिकित्सा के बाद रोगी को अपना सामान्य जीवन पुन: आरम्भ करने में सहायता करने हेतु पुनर्वास चिकित्सा तक फैला हुआ है।
मणिपाल हास्पिटल में, हाथ का उपचार करने वाले हमारे कुशल विशेषज्ञों ने हाथ से संबंधित किसी भी प्रकार की चोटों से पीड़ित रोगियों का उपचार करते हुए उन्नत उपचार के लिए समर्पित रहने हेतु आजीवन प्रतिबद्धता का पालन किया है। हम शल्य चिकित्सा के बाद रोगी को अपना सामान्य जीवन पुन: आरम्भ करने में सहायता करने के लिए प्राथमिक देखभाल के रूप में पुनर्वास चिकित्सा प्रदान करते हैं। a
अनेक विषयों के विशेषज्ञों को शामिल करने वाली हमारी टीम गैर-सर्जिकल और सर्जिकल दोनों तकनीकों का उपयोग करके कण्डरा या गठिया की समस्याओं को दूर करने के लिए प्रशिक्षित है। मणिपाल में हाथ का उपचार करने वाले विशेषज्ञों की टीम को स्थानीय इंजेक्शन, हैंड थैरेपी, स्प्लिंटिंग और चिकित्सा की अन्य विधियों के माध्यम से अक्षम और व्याकुल कर देने वाले हाथ के रोगों…
हाथ, कोहनी या कलाई में होने वाला दर्द कई तरह की समस्याओं के कारण होता है। मानव हाथ में 37 से अधिक हड्डियां और 30 से अधिक मांसपेशियां होती हैं, जिनके लिए हम जटिल मानव शरीर रचना की समझ रखने वाले विशेषज्ञों द्वारा दिए जाने वाले विभिन्न प्रकार के उपचारों की व्यवस्था प्रदान करते हैं। हमारी परामर्शपरक और शल्य चिकित्सा सेवाओं में निम्नलिखित समस्य़ाओं के उपचार के लिए सुविधाएं समाहित हैं:
स्थानच्युति (डिसलोकेशन) और फ्रैक्चर
कार्पल टनल सिंड्रोम
असामान्य वृद्धि और ट्यूमर
गैंग्लियन सिस्ट
ऑस्टियोआर्थराइटिस
न्यूरोपैथी
तनाव जनित क्षतियाँ
टेंडोनाइटिस
ट्रिगर फिंगर
कण्डरा और तंत्रिका लैकरेशन
हाथ / कंधे / कोहनी पुनर्निर्माण (रुमेटीइड गठिया के लिए)
ऊपरी छोर के गठिया रोग
मृदूतक पुनर्निर्माण और कण्डरा स्थानान्तरण
पुनर्निर्माण माइक्रोसर्जरी
जकड़न और संकुचन
स्पास्टिसिटी या सेरेब्रल पाल्सी
संक्रामक विकार
संवहनी / वाहिकाविस्फारक विकार
फ्रैक्चर होने के बाद हड्डियों का नहीं जुड़ पाना या गलत तरीके से जुड़ जाना
मणिपाल के विशेषज्ञ हाथ की चोटों से संबंधित विभिन्न समस्याओं का निदान और उपचार करने के लिए आर्थोपेडिक ज्ञान से संपन्न हैं। कई विषयों के विशेषज्ञों को शामिल करने वाली हमारी टीम में गैर-सर्जिकल और सर्जिकल दोनों तकनीकों का उपयोग करके कण्डरा या गठिया की समस्याओं का समाधान करने के लिए प्रशिक्षित चिकित्सक शामिल हैं। मणिपाल में हाथ के रोगों का उपचार करने वाले विशेषज्ञों की टीम को स्थानीय इंजेक्शन, हैंड सर्जरी, स्प्लिंटिंग और चिकित्सा की अन्य विधियों का उपयोग करके निर्बल कर देने वाले और व्याकुल करने वाले हाथ के रोगों का उपचार करने का अनुभव है। सर्जरी की सिफारिश किए जाने पर सर्जन कलाई, हाथ, उंगलियों और कोमल ऊतकों में हड्डियों, नसों के सटीक पुनर्निर्माण को सुनिश्चित करने के लिए अत्यधिक उन्नत सूक्ष्म तरीकों का उपयोग करेंगे। उदाहरण के लिए, कलाई की आर्थ्रोस्कोपी का उपयोग तनाव की चोट, फटे और क्षतिग्रस्त स्नायुबंधन और फ्रैक्चर के मूल्यांकन और उपचार के लिए किया जाता है। यह प्रक्रिया गठिया के कारण होने वाली जोड़ की क्षति की जांच के लिए भी अपनाई जाती है। विशेषज्ञ का अंतिम लक्ष्य यह सुनिश्चित करना होता है कि रूप एवं कार्यक्षमता में सुधार के लिए दर्द रहित उपचार प्राप्त हो। रोगी को अपना सामान्य जीवन पुन: आरम्भ करने में सहायता करने हेतु पुनर्वास चिकित्सा पर हम मुख्य रूप से ध्यान केंद्रित करते हैं। इस स्तर पर, हम उस साइट को सुरक्षा प्रदान करना चाहते हैं जिसका उपचार किया गया है। यह कार्य स्थिर तरीके के स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होने की प्रक्रिया को बढ़ावा देने के लिए स्वास्थ्य लाभ की पूरी अवधि के दौरान किया जाता है। इसमें हाथ या कलाई को सुरक्षित रखने के लिए स्प्लिंटिंग या अन्य उपकरणों का उपयोग शामिल हो सकता है। उपचार के बाद की जाने वाली देखभाल धीरे-धीरे गति, क्षमता, गति और समग्र कार्यक्षमता पुन: प्राप्त कराने पर केंद्रित होती है। मरीजों को व्यायाम और कुछ संबंधित उपचार स्वयं लेने की विधि सिखाई जाती है। रोगी के काम के माहौल, कार्यों और उपकरणों के बारे में भी समुचित परामर्श देने की बात को भी ध्यान में रखा जाता है। न्यूरोलॉजिकल चोटें, विकार और स्ट्रोक किसी व्यक्ति के बुनियादी कामकाज को प्रभावित करेंगे और उनकी गतिविधि, क्षमता और हाथों पर नियंत्रण को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकते हैं। हमारे आर्थोपेडिक और पुनर्वास कर्मचारी व्यायाम प्रशिक्षण और सहायक उपकरणों का उपयोग करके हाथों को सही ढंग से क्रियाशील बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के उपाय अपनाने में मदद करने के लिए सहयोगपूर्वक कार्य करते हैं। दोनों बाहों का समुचित संतुलित उपयोग करने के लिए प्रशिक्षण, फंक्शनल इलेक्ट्रिकल स्टीम्युलेशन, हानि को देखते हुए हाथों को सही प्रकार प्रकार से समायोजन पूर्वक उपयोग करने के लिए प्रशिक्षण और हाथों को स्वस्थ हाथों की तरह क्रियाशील बनाने के लिए रोबोटिक असिस्टेड पुनर्वास ऐसे मामलों में उपचार के लिए अपनाई जाने वाली कुछ अन्य तकनीकें हैं।
An assigned specialist will first look at general information about the patient and review the current injury or disorder. Based on the findings, further treatment or diagnostic procedures will be recommended.
Stiffness, difficulty or strain while holding objects, pain in specific locations may all point to symptoms of hand-related injuries. Manipal Hospitals is the Hand surgery hospital in Bangalore, visit today for the best treatment.
मणिपाल हॉस्पिटल्स अपने मरीजों के साथ उच्च-गुणवत्तापूर्ण, व्यक्तिगत देखभाल प्रदान करने के लिए रोगियों को उनकी आवश्यकतानुसार अपनी सेवाएं प्रदान करने हेतु और दीर्घकालिक साझेदारी बनाने की बात को ध्यान में रखकर कार्य करते हैं। हमारा हाथ शल्य चिकित्सा विभाग और यहाँ से चिकित्सा प्राप्त कर चुके रोगी इसके जीते –जागते प्रमाण हैं।
जेरियाट्रिक समस्याओं के बारे में अधिक जानने के लिए हमसे संपर्क करें और आज ही हमारे हाथ की सर्जरी के विशेषज्ञों में से किसी एक के साथ अपॉइंटमेंट बुक करें।